Home Loan के मामले में मत करना ये गलती, वरना Cibil Report में लगेगा ऐसा ठप्पा जो अगले 7 साल तक नहीं छोड़ेगा पीछा
Written By: सुचिता मिश्रा
Wed, Sep 11, 2024 03:46 PM IST
Home Loan के चलते आजकल लोगों के लिए घर खरीदना काफी आसान हो गया है. होम लोन के जरिए लोगों के पास आसानी से पैसों का इंतजाम हो जाता है और वो अपना पसंदीदा घर खरीद लेते हैं. हालांकि कई बार लोग महंगा घर खरीदने के चक्कर में होम लोन के तौर पर बड़ी रकम बैंक से उठा लेते हैं. बाद में इसकी EMI चुकाने में दिक्कत होती है और लोग डिफॉल्टर भी बन जाते हैं. फिर बैंक और रिकवरी एजेंट्स लोन वसूली करने के लिए उनके पीछे पड़ जाते हैं. आपके सामने ऐसी कोई समस्या आए तो एक गलती मत कीजिएगा क्योंकि अगर आपने लोन से पीछा छुड़ाने के लिए ये फैसला लिया तो अगले 7 वर्षों तक आपकी सिबिल रिपोर्ट पर ऐसा ठप्पा लग जाएगा कि दोबारा बैंक से लोन लेना भी मुश्किल हो जाएगा.
1/5
न करें ये फैसला
कई बार लोग बैंक और रिकवरी एजेंट से पीछा छुड़ाने के लिए लोन सेटलमेंट करते हैं. इसे OTS यानी One Time Settlement भी कहा जाता है. सेटल्ड लोन बीच का एक रास्ता होता है, जिस पर उधारकर्ता और बैंक दोनों की सहमति होती है. आप लोन सेटलमेंट का फैसला बहुत सोच समझकर करें क्योंकि ये आपका सिबिल रिकॉर्ड खराबकर सकता है.
2/5
गिर जाता है सिबिल स्कोर
लोन सेटलमेंट से आपको बैंक और रिकवरी एजेंट्स से तो छुटकारा मिल जाता है, लेकिन आपका सिबिल रिकॉर्ड खराब हो जाता है. सेटलमेंट के बाद क्रेडिट हिस्ट्री में Settled लिख दिया जाता है. इससे क्रेडिट स्कोर 50 से 100 पॉइंट या उससे भी ज्यादा कम हो सकता है. अगर लोन लेने वाला एक से ज्यादा क्रेडिट अकाउंट का सेटलमेंट करता है, तो क्रेडिट स्कोर इससे भी ज्यादा कम हो सकता है.
TRENDING NOW
3/5
7 वर्षों के लिए खराब हो जाएगा रिकॉर्ड
4/5
सेटलमेंट से क्यों सिबिल रिपोर्ट होती है खराब
दरअसल लोन सेटलमेंट के समय डिफॉल्टर को बकाया प्रिंसिपल अमाउंट तो पूरा देना पड़ता है, लेकिन इंटरेस्ट अमाउंट के साथ-साथ पेनल्टी और अन्य चार्ज को आंशिक या पूर्ण रूप से माफ किया जा सकता है. ऐसे में सेटलमेंट करने पर बैंक के पास वो पूरी रकम नहीं पहुंचती जो उधारकर्ता को अपने लोन टेन्योर के बीच ब्याज समेत लौटानी होती है. इसलिए बैंक उसकी सिबिल रिपोर्ट में Settled लिख देते हैं.
5/5